चौमूं/हस्तेड़ा/उदयपुरिया. सांझ ढलते ही तेज गर्जना शुरू हो गई। अचानक मावठ की जगह ओलावृष्टि हुई तो गांव-मोहल्लों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। ओलों की बारिश से बचने के लिए लोग घरों में घुस गए तो खुले में बंधे कई मवेशी तो बचने के लिए खूंटे तोडक़र इधर-उधर दौडऩे लगे। यह स्थिति गुरुवार देर शाम चौमंू उपखंड क्षेत्र के हस्तेड़ा, आष्टीकलां, भूतेड़ा, ढोढ़सर समेत आस-पास के गांवों में बनी रही। इस ओलावृष्टि से सरसों की फसल में सर्वाधिक नुकसान है, जिसे लेकर किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं।जानकारी के अनुसार चौमूं शहर समेत उपखंड क्षेत्र में दिनभर बादल छाए रहे। सूरज कम निकलने के कारण सर्दी का अहसास बना रहा। शाम को तेज गर्जना शुरू हुई तो किसान मावठ की उम्मीद लगाए बैठे थे, जिससे फसलों को लाभ मिल सके, लेकिन हुआ इसके विपरीत। शाम करीब साढ़े छह बजे अचानक मावठ के ...